कबीर के जीवन और दर्शन पर आधारित राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के शोध, सर्वेक्षण, प्रकाशन, प्रदर्शन और प्रदर्श कार्य करना ।
कबीर साहित्य, पाण्डुलिपियों, ग्रन्थों आदि का संग्रह एवं शोध गतिविधियों का संचालन ।
कबीर के जीवन दर्शन पर आधारित ललित कला की सभी विधाओं के संचालन को प्रोत्साहित करना, रचनाकार शिविर, कला मेला, रचनाकारों को प्रोत्साहन देना ।
कबीर के जीवन, दर्शन, कला और साहित्य पर आधारित वार्षिक पत्रिका का सम्पादन ।
कबीर गायिकी को प्रोत्साहित करने हेतु देश, प्रदेश और विदेश में विशेष आयोजनों का संचालन, कबीर गायकों को विशेष पुरस्कार / सम्मान प्रदान करना ।
नई पीढ़ी में कबीर की गायिकी को प्रचारित करने के लिए स्कूलों में विशेष कार्य योजनाओं का संचालन स्कूली एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रशिक्षण, प्रदर्शन तथा पुरस्कारों की योजना को लागू करना ।
कबीर के गायन पर आधारित सी०डी०, वीडियो फिल्में आदि बनाकर स्कूलों में वितरित करना तथा नियमित सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करना ।
साखी, सबद और रमैनी को प्रोत्साहित करने के लिए बच्चों की विशेष प्रतियोगिताओं का आयोजन ।
अन्तर्राज्यीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कबीर गायन, कला और साहित्य के आदान-प्रदान का कार्यक्रम ।
कबीर शोध पीठ की स्थापना, जिसके माध्यम से विश्वविद्यालय स्तर पर कबीर के जीवन दर्शन, कला और साहित्य पर किये जा रहे शोध कार्यों को प्रोत्साहित करने हेतु आंशिक अथवा विशेष अनुदान ।
कबीर के जीवन दर्शन, कला और साहित्य पर आधारित विश्वविद्यालयों में तथा विषय विशेषज्ञों द्वारा किये गये शोध कार्यों के प्रकाशन हेतु विशेष अनुदान ।
कबीर पुस्तकालय की स्थापना, जिसमें कबीर द्वारा लिखी गयी समस्त कृतियों, शोध संदर्भों, प्रकाशनों, पाण्डुलिपियों का संग्रह ।
कबीर संग्रहालय की स्थापना, कबीर के जीवन से सम्बंधित समस्त उपलब्ध वस्तुओं का संग्रह, मल्टीमीडिया के माध्यम से कबीर के जीवन और संघर्षों को व्यक्त करते हुए मल्टीमीडिया सेन्टर की स्थापना ।
आवश्यकतानुसार अन्य प्रदेशों तथा विदेश में भी कबीर शोध एवं संस्कृति अकादमी के सम्पर्क केन्द्रों की स्थापना ।
निर्माण परम्परा के उद्भव और विकास पर आधारित कार्यों को प्रोत्साहित करना।
16 भारत की सनातन निर्गुण परम्परा, निर्गुण गायकों, निर्गुण संतों के जीवन, दर्शन, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित शोध कार्यों को प्रोत्साहित करना, प्रकाशनों को संकलित करना तथा प्रकाशन अनुदान दिया जाना ।
वैश्विक स्तर पर निर्गुण संतों और गायकों का डाटाबेस तैयार करना तथा नियमित वेबसाइट का संचालन ।
संस्कृति विभाग की अन्य स्वायत्तशासी संस्थाओं के साथ समान उद्देश्यों हेतु स्थापित केन्द्र और राज्य सरकारों की संस्थाओं से आपसी समन्वय स्थापित कर कार्यक्रमों का क्रियान्वयन ।
उच्च शिक्षा विभाग, उ०प्र० से शोध कार्य किये जाने हेतु मान्यता प्राप्त कर शिक्षण तथा प्रशिक्षण हेतु विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में संत कबीर अकादमी के उप केन्द्रों की स्थापना। विश्वविद्यालयों द्वारा पी-एच०डी० स्तर के शोध कार्यों को प्रोत्साहन शोध अध्येताओं को शोध अनुसंधानवृत्ति प्रदान किया जाना ।
पर्यटन विकास की दृष्टि से कबीर तथा अन्य निर्गुण संतों के जन्म एवं निर्वाण स्थलों के सांस्कृतिक विकास का प्रयास किया जायेगा तथा इन स्थलों पर विशेष सांस्कृतिक आयोजन किये जायेंगे।
कबीर साहित्य का भारत की सभी भाषाओं, बोलियों में अनुवाद कराया जायेगा। विश्व की प्रमुख भाषाओं में भी कबीर साहित्य निर्गुण परम्परा और निर्गुण साहित्य में प्रकाशन तथा अनुवाद का कार्य किया जायेगा ।
कबीर के जन्म स्थान तथा निर्वाण स्थल पर कबीर महोत्सव का आयोजन ।
प्रदेश की आंचलिक भाषाओं एवं लोक विधाओं के विकास हेतु प्रस्ताव तैयार करना, कार्यान्वयन एवं दस्तावेजीकरण ।
प्रदेश की सभी लोक विधाओं के गायन, वादन एवं नृत्य शैलियों को मंच प्रदान करना, विश्व स्तर पर प्रदेश की लोक विधाओं को मंच प्रदान करने हेतु आवश्यक कार्य करना; प्रदेश की सभी आंचलिक भाषाओं के समन्वय हेतु डाटाबेस तैयार करना, विश्व स्तर पर स्थापित प्रदेश की लोक बोलियों के लिए आपसी समझौते के प्रस्ताव तैयार कर कार्यान्वयन ।
गाथा गायन तथा लोक नाट्य एवं पारम्परिक नाट्य शैलियों के संरक्षण, प्रदर्शन एवं दस्तावेजीकरण करना ।
कबीर साहित्य, कबीर के जीवन और दर्शन पर आधारित ग्रन्थों तथा भाश्यों आदि के शिक्षण, प्रशिक्षण एवं शोधकार्य हेतु भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय के अर्न्तगत स्नातक, परास्नातक एवं उच्च स्तरीय शोध आदि का संचालन करना।